कल-कल बहती गंगा जिसकी हरेक बूंद बरसाती है अमृत। जिसकी एक-एक बूंद में बरसती है ज़िंदगी। वो निर्मल गंगा की धारा जो भक्तों की हरेक मुराद पूरी करती है और जिसकी बूंद-बूंद में समाता है चमत्कार। मान्यता है कि गंगा जी में स्नान करने मात्र से मन, वचन और कर्म के द्वारा किए गए हर पाप मिट जाते हैं। गंगा और उसके पवित्र जल के बारे में अधिकतर लोग यही जानते और सुनते आएं होंगे लेकिन और भी कई चमत्कारी शक्तियां इसकी बूंदों में समाहित है। गंगाजल के चमत्कार और कभी खराब न होने के रहस्य के बारे में आईए जानते हैं।
वास्तु दोष मिटाता है गंगाजलयदि आपके घर में वास्तुदोष है तो नियमित गंगाजल का छिड़काव घर में करने से वास्तु दोष खत्म हो जाता है व नकारात्मक व बुरी शक्तियों का भी अंत होता है।
डरावने सपने नहीं आतेअगर आप रात को सोने से पहले गंगाजल की बूंदों को अपने बिस्तर पर छिड़क लेंगे तो इससे आपको डरावने सपने नहीं आएंगे।
गंदे पानी को भी शुद्ध कर देता है गंगाजलगंगाजल में इतनी शक्ति होती है कि गंगा का पानी गंदे पानी में मिलाने पर उसके कीटाणु मर जाते हैं।
बनी रहती है सुख-शांतिगंगाजल को अपने घर पर रखने से सुख और संपदा सदा बनी रहती है।
धन प्राप्ति का मंत्र गंगाजलभगवान शिव को बेलपत्र, कमल और गंगा जल चढ़ाने से धन-वैभव की प्राप्ति होती है।
समस्या हर सफलता दिलाएगा गंगा का जलतरक्की और सफलता पाने के लिए गंगाजल को हमेशा अपने पूजा स्थल और किचन में रखें। इससे आपकी समस्या हल हो जाएगी।
क्यों कभी खराब नहीं होताहिमालय की कोख गंगोत्री से निकलकर कई चट्टानों से होती हुई हरिद्वार में अलखनंदा से मिलती है और इसमें गंधक, सल्फर, खनिज, लवण और कई तरह की जड़ी-बूटियां मिल जाती हैं।
इस कारण इसका जल कई तरह की औषधीय गुण से परिपूर्ण हो जाता है।
वैज्ञानिक शोधों के अनुसार गंगाजल में ऐसे कई जीवाणु होते हैं जो पानी को सड़ाने वाले कीटाणुओं को पैदा नहीं होने देते।
गंगाजल में बैट्रिया फोस नाम का खास बैक्टरिया पाया जाता है जो पानी के अंदर ही इसे खराब करने वाले जीवाणुओं का अंत कर देता है।
निर्मल, पावन और पवित्रता को अपने अंदर समाहित करने के साथ ही औषधिय गुण से लबरेज गंगा की बूंद-बूंद में है समाया है अमृत।
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