मंगलवार के नाम में ही छिपा है इस दिन का महत्व यानि ऐसा दिन जब मंगल ही मंगल होता है। बजरंगबली का दिन यानि कि मंगलवार का दिन बेहद ही खास माना जाता है। इस दिन महावीर हनुमान सरलता से प्रसन्न हो जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि दुख कितना भी बड़ा क्यों ना हो, मुसीबतों में भले ही विपरीत स्थिति पैदा क्यों ना हो गई हो। लेकिन मंगलवार व्रत के प्रभाव से हर मुश्किल से पार पाया जा सकता है। महाबली हनुमान देंगे ऐसी शक्ति की मिल जाएगी कर्ज़ से मुक्ति। हर मंगलवार महाबली की तपस्या से ना होगी धन-वैभव की समस्या। मंगलवार व्रत के खास विधि-विधान हैं, इस दिन व्रत करने से भक्तों का बेड़ा पार हो जाता है व मंगल ग्रह भी शांत हो जाता है। तो आईए जानतें हैं कैसे मिलेगा संकटमोचन का साथ।
व्रत का विधि-विधान
- सुबह उठकर स्नान कर व्रत करने का संकल्प करें।
- ‘ॐ मंगलायै नमः त्वां चरणे अर्पणम अस्तु’ उच्चारण करते हुए जल लेकर भूमि पर छोड़ दें।
- धूप, द्वीप, अक्षत, पुष्प अर्पित करें।
- व्रत के दौरान फलाहार व दूध का सेवन करें व शाम को सूर्यास्त के बाद मंगल देवता का पूजन करें।
- व्रत कथा का पाठ व चालीसा का पाठ कर भगवान की आरती करें।
- भगवान को भोग लगाकर ही भोजन करें व नमक का सेवन वर्जित है।
- केवल एक ही समय भोजन करने का विधान है।
- मंगलवार का व्रत मंगल ग्रह के दोष से बचने के लिए रखा जाता है। ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक क्रोध उत्पन्न करने वाला ग्रह है। जिस व्यक्ति का मंगल भारी हो ऐसे व्यक्ति को बहुत क्रोध आता है।
ऐसे मिटेगा मंगल दोष
- मंगलवार के दिन लाल आसन पर बैठकर मंगल की पूजा करें।
- लाल पुष्प चढ़ाकर पूजा स्थल पर एक चौमुखी दीपक जलाएं।
- लाल रंग के आसन पर पूर्व दिशा के ओर मुख करके बैठें।
- ‘ॐ क्रों यं रं लं वं भौमाय नमः’ मंत्र का 7 माला जाप करें।
- गुग्गल की धूप जलाकर मूंगे की माला से मंत्र जाप करें।
- फलों का प्रसाद अर्पित कर गुड़ और मेवे का प्रसाद बांटे।
इस तरह मंगलवार का व्रत आपके लिए मंगलकारी साबित हो सकता है। बस जरूरत है तो आपको नियम, संयम और विश्वास की जिससे मिलेगा संकटमोचन का आशीर्वाद।