नवरात्रि यानि शक्ति की उपासना का बेहद खास दिन। कहते हैं इन दिनों विधि-विधान से पूजा की जाए तो जीवन के तमाम कष्ट दूर हो जाते हैं। आम इंसान भी सिद्धि प्राप्त कर लेता है। साथ ही उसे मां की असीम कृपा भी मिल जाती है। शास्त्रों में बेहद शुभ योग यानि सर्वार्थ सिद्धि योग इस बार नवरात्रि के पहले दिन ही बन रहा है। साथ ही इस नवरात्रि का पहला दिन रविवार को है। माना जाता है कि इन दोनों के योग में शुरू किया कोई भी शुभ कार्य जल्द पूरा होता है। इस चैत्र नवरात्रि अष्टमी और नवमी की तिथि एक साथ ही पड़ रही है। जिसके कारण इस बार 8 दिनों की होगी चैत्र नवरात्रि। तो नवरात्रि की शुभ तिथियां और कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त क्या है आईए जानते हैं।
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्तकलश की स्थापना चैत्र पक्ष की प्रतिपदा तिथि को की जाती है। इस बार प्रतिपदा तिथि 18 मार्च को है। कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 6:31 से 7:46 तक होगा।
चैत्र नवरात्रि 2018 की महत्वपूर्ण र्तिथियां
- नवरात्रि प्रथम- 18 मार्च 2018 (रविवार)
इस दिन मां शैलपुत्री स्वरूप की उपासना की जाती है। इस दिन से कई लोग नौ दिन या एक दिन का व्रत रखते हैं।
- नवरात्रि द्वितीय- 19 मार्च 2018 (सोमवार)
इस दिन मां ब्रह्मचारिणी की स्तुति की जाती है।
- नवरात्रि तृतीया- 20 मार्च 2018 (मंगलवार)
इस दिन मां चंद्रघंटा की आराधना की जाती है।
- नवरात्रि चतुर्थी- 21 मार्च 2018 (बुधवार)
इस दिन मां कूष्मांडा की पूजा-अर्चना की जाती है।
- नवरात्रि पंचमी- 22 मार्च 2018 (गुरुवार)
इस दिन मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है।
- नवरात्रि षष्ठी- 23 मार्च 2018 (शुक्रवार)
इस दिन मां कात्यायनी स्वरूप की स्तुति की जाती है।
- नवरात्रि सप्तमी- 24 मार्च 2018 (शनिवार)
इस दिन मां कालरात्रि की उपासना की जाती है।
- नवरात्रि अष्टमी- 25 मार्च 2018 (रविवार)
इस दिन मां महागौरी की वंदना की जाती है।
- नवरात्रि नवमी- 25 मार्च 2018 (रविवार)
इस दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना की जाती है। *इस चैत्र नवरात्रि अष्टमी और नवमी की तिथि एक साथ ही पड़ रही है। इसका कारण तिथी में बढ़-घट को बताया गया है। जब दो तिथियां एक साथ आती हैं तो ऐसी स्थिती बनती है।
- दशमी- 26 मार्च 2018(सोमवार)
तो चैत्र नवरात्रि पर मां भगवती की विशेष कृपा पाने के लिए करें देवी को प्रसन्न, मां शक्ती हर लेंगी सारे कष्ट।