विंड चाइम्स की मधुर आवाज — विंड चाइम्स लगाने के बाद हवा चलने से मधुर आवाज उत्पन्न होती है। इस आवाज से आसपास की ऊर्जा स्वच्छ होती है जिससे सुख—शांति का वातावरण बनता है।
नकारात्मक ऊर्जा होती है दूर — विंड चाइम की मौजदूगी और उत्पन्न आवाज की मधुरता से घर के वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है जिससे कई परेशानियों का भी समाधान होता है।
घर में लगाने की सही दिशा — विंड चाइम्स विभिन्न प्रकार के होते हैं और इन्हें वास्तु नियम के अनुसार ही घर की दिशाओं में टांगना चाहिए। घर की पश्चिमी, उत्तर-पश्चिमी और उत्तर दिशा में टांगने के लिए धातु से बने विंड चाइम श्रेष्ठ होते हैं और पूर्वी, दक्षिण-पूर्वी और दक्षिण दिशा के लिए लकड़ी तो दक्षिण-पश्चिमी, उत्तर-पूर्वी और मध्य दिशा के लिए मिट्टी से निर्मित विंड चाइम सही होते है।
रॉड की संख्या का है महत्व — 7 और 8 रॉड (छड़) वाली विंड चाइम के प्रयोग से दुर्भाग्य दूर होता है। 5 रॉड की विंड चाइम्स रोगों से बचाव करती है जबकि 6,7,8 या 9 रॉड वाली विंड चाइम्स को सबसे अच्छा माना है।
इन बातों का रखें विशेष ध्यान —
- विंड चाइम्स को घर के बाहर की तरफ ही टांगना चाहिए जिससे हवा का दबाव या किसी के घर में प्रवेश करते समय हिलने पर ये मधुर आवाज उत्पन्न कर सकें।
- घर के अंदर लगाई जाने वाली विंड चाइम्स बडी नहीं होनी चाहिए और घर के बाहर की तरफ या बड़े कमरों में छोटी विंड चाइम्स नहीं लगानी चाहिए।
- विंड चाइम्स नकारात्मक ऊर्जा को अपनी तरफ खींचती है इसलिए वास्तु अनुसार इन्हें ऐसी जगह पर लगाना चाहिए जहां परिवार के सदस्य नहीं बैठते हो।
- वास्तु अनुसार पांच रॉड वाली विंड चाइम को अध्ययन कक्ष में लगाना चाहिए जिससे वहां मौजूद वास्तु दोष खत्म होते हैं।
- आठ रॉड वाली विंड चाइम को कार्यालय में और सात रॉड वाली विंड चाइम को बच्चों के कमरे में लटकाना चाहिए।