हिन्दू धर्म में भगवान शिव की शिवलिंग रूप में मुख्य रूप से पूजा की जाती है। धर्म शास्त्रों में शिवलिंग के रूपों में पारद शिवलिंग की महिमा का विशेष वर्णन किया गया है। अगर घर में पारद शिवलिंग की स्थापना की जाती है तो अच्छा स्वास्थ्य,धन व सम्मान की प्राप्ति होती है। जानिये,आखिर पारद शिवलिंग का इतना क्यों है महत्व व पूजा से क्या चमत्कारिक लाभ मिलते हैं।
पारद शिवलिंग की महिमा – पौराणिक धार्मिक ग्रंथों में मान्यता है कि करोड़ों शिवलिंगों की पूजा पाठ से जो फल प्राप्त होता है उससे कई गुणा अधिक लाभ एक पारद शिवलिंग की स्थापना व नित्य दर्शन,पूजा से मिलता है। इस शिवलिंग को स्पर्श करने से ही मोक्ष की प्राप्ति होती है और जीवन में तरक्की मिलती है।
पारा (पारद) एक तरह की धातु है और पारे को शुद्व कर एक विशेष विधि के तहत पारद शिवलिंग का निर्माण किया जाता है। प्राचीन धर्म ग्रंथों में पारद को स्वयं सिद्व धातु भी माना है।असली पारद शिवलिंग का निर्माण एक विशेष समय अवधि में किया जाता है।
घर में पारद शिवलिंग रखने का नियम व लाभ –
- घर में पारद शिवलिंग स्थापित करने से चमत्मकारिक रूप से परिणाम मिलते हैं।
- पारद शिवलिंग को घर के मंदिर में रखना चाहिए और नियमित पूजा होनी चाहिए।
- जिस घर में पारद शिवलिंग होता है वहां नकारात्मक शक्तियां व वास्तुदोष दूर होते हैं।
- घर में पारद शिवलिंग रखने के लिए विशेष प्राण—प्रतिष्ठा करने की आवश्यकता नहीं है।
- जिस घर में नियमित पारद शिवलिंग की पूजा व ध्यान होता है वहां हमेशा समृद्वि व शांति बनी रहती है।
- श्रावण माह में पारद शिवलिंग की पूजा का महत्व और अधिक बढ जाता है। श्रावण में इस शिवलिंग की पूजा व ध्यान करने पर विशेष चमत्कारिक परिणाम जीवन में शीघ्र मिलने लगते हैं।
- घर में पारद शिवलिंग की मौजूदगी दुर्भाग्य को दूर करती है और आकस्मिक होने वाली धन हानि,बीमारियों आदि विपदाओं से बचाव रहता है।
स्वास्थ्य में लाभ – पारद शिवलिंग की नियमित पूजा से शरीर में रोग व कुंडली के दोष दूर होते हैं और हमेशा सेहत स्वस्थ रहती है। पारद शिवलिंग को स्पर्श करने पर शरीर में सकारात्मक उर्जा का संचार होता है। पारद शिवलिंग पर जल चढाने के बाद उस जल को ग्रहण करने पर कई रोगों में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलते हैं।
इस तरह पारद शिवलिंग घर में रखने और नियमित पूजा व दर्शन करने पर भगवान महादेव की कृपा का वरदान मिलता है और घर में हमेशा सुख—सौभाग्य बना रहता है।
वास्तु संबंधित अधिक जानकारी के लिए पंडित पवन कौशिक से संपर्क करें:+91-9999097600