जीवन में धन संपत्ति हासिल करने में मेहनत के साथ भाग्य का भी महत्वपूर्ण योगदान होता है। कुंडली में कुछ ग्रहों की विशेष स्थितियां ही भाग्य चमकाने में मददगार होती है जिससे धनवान बनने के योग बनते हैं। जानिये,क्या आपकी कुंडली में भी कोई ऐसा धन योग बन रहा है।
कुंडली में दूसरा भाव – ज्योतिष में कुंडली का दूसरा भाव धन का माना है। अगर दूसरा भाव मजबूत है तो काफी पैतृक धन मिलता है। दूसरे भाव के साथ अगर ग्यारहवां भाव भी मजबूत हो तो ऐसा जातक अपने जीवन में विभिन्न माध्यमों से बहुत पैसा प्राप्त करता है।
जन्म व चंद्र कुंडली में यदि द्वितीय भाव का स्वामी एकादश भाव में और एकादश भाव का स्वामी धन भाव में स्थित हो तो भी धनवान बनने का योग बनता है।
कुंडली में ग्यारहवां भाव – कुंडली में ग्यारहवें घर को लाभ का भाव कहते है। इस भाव से जातक के जीवन में धन की स्थिति से संबंधित पूरी जानकारी हासिल की जा सकती है। मेहनत द्वारा अर्जित किए गए धन के अलावा आकस्मिक रूप से प्राप्त होने वाले धन की स्थिति के बारे में भी पता चलता है।
इस भाव पर अगर शुभ राहु का प्रभाव हो तो ऐसा व्यक्ति लॉटरी,शेयर बाजार या अन्य माध्यम से आकस्मिक बडा धन लाभ हासिल करता है।
- कुंडली में मौजूद शुभ ग्रह की महादशा या अंतरदशा के दौरान आर्थिक स्थिति मजबूत होने के योग बनते हैं और धन संबंधी परेशानियों में राहत मिलती है।
- अलग—अलग लग्न की कुंडलियों में विशेष ग्रह की शुभ ग्रह के साथ युति अथवा दृष्टि पडने से भी लक्ष्मी की कृपा होती है।
- लग्न में शुभ ग्रह के स्थित होने पर भी धन लाभ के योग बनते हैं और आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है।
- कुंडली में ग्रहों के कुछ ऐसे योग भी बनते हैं जिससे जातक को अपने परिवारजनों या रिश्तेदारों के माध्यम से आकस्मिक धन मिलने की स्थितियां बनती है।
- जन्म कुंडली में ग्रहों की युति व दृष्टि से शुभ योग बनते हैं जिससे सफलता और धन—संपत्ति मिलती है। इन योगों में गजकेसरी योग,राजयोग आदि प्रमुख हैं।
- केन्द्र,त्रिकोण में शुभ ग्रह स्थित होने पर भी धन की कमी नहीं आती है और सुख—संपति प्राप्ति का योग बनता है।
राहु व केतु ज्यादातर अशुभ प्रभाव देने वाले ग्रह माने गए हैं लेकिन यदि दोनों ग्रह शुभ व उच्च के होकर अपना प्रभाव दिखाते हैं तो अचानक किसी भी माध्यम से पैसा प्राप्त होने का योग बनता है।इस तरह कुंडली में ग्रहों की विशेष स्थितियां बनने पर जीवन में आकस्मिक व स्थायी धन—संपदा का स्वामी बनने के योग बनते हैं और जीवन सुखों में व्यतीत होता है।
कुंडली संबंधित अधिक जानकारी के लिए पंडित पवन कौशिक से संपर्क करें: +91-9990176000