पूरे विश्व में एक महामारी के रूप में फ़ैल चुका कोरोना वायरस (COVID-19) सबके लिए परेशानी का कारण बन चुका है। ऐसे में सरकार और हमारी सामूहिक जिम्मेदारी बनती है कि हम इस कोरोना वायरस के विरुद्ध आवश्यक कदम उठायें। सरकार और स्वास्थ्य संगठनों द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।
सृष्टि का आधार है एनर्जी बैलेंस :
देश के प्रसिद्ध ज्योतिषियों में से एक पं. पवन कौशिक के अनुसार नव संवत्सर के साथ ही इस महामारी का प्रभाव धीरे-धीरे भारत से कम हो जाएगा। जब भी प्रकृति में इस तरह का कोई प्रकोप फैलता है तो उसका कारण नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव होता है। प्रकृति इसे अपने ढंग से संतुलित करती है। चीन में इस प्रकोप के फैलने कारण भी नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव था।
नया वर्ष दे रहा है अच्छे संकेत:
बुधवार, 25 मार्च को विक्रम संवत 2077 के साथ ही नया वर्ष प्रारंभ हो रहा है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार ये वर्ष शुभ संकेत दे रहा है। जिसके शुभ फलस्वरूप इस कोरोना वायरस (corona virus) महामारी का प्रकोप भी कम हो जाएगा। भारत पर इस पर अधिक प्रभाव नहीं होगा। COVID-19 के कारण इसलिए डरें नहीं बल्कि समझदारी पूर्वक नियमों का पालन करें।
निर्देशों का पालन करते रहें, स्वास्थ्य परामर्श लें :
लेकिन ऐसा नहीं हैं आप लापरवाही बरतें। सरकार द्वारा जारी लॉकडाउन (lockdown) का पालन करते हैं। देश के जिम्मेदार नागरिक होने के नाते ये हमारा परम कर्तव्य है।
कोरोना (COVID-19) से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान :
- कोरोना वायरस से बचने के लिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। किसी भी चीज को हाथ लगाने के बाद करीब 20 सेकंड तक हाथों को अच्छी तरह से धोएं।
- कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति से दूर रहें। अन्य ज़ुकाम, खांसी आदि से बीमारी व्यक्ति से भी करीब 2 मीटर का फासला रखें।
- आंख, नाक या मुहँ पर बार-बार हाथ न लगाएं। साबुन या सैनिटाइजर से हाथों को अच्छी तरह साफ करते रहें।
- खाँसते या छींक आने के दौरान अपने मुँह को टिशू पेपर से कवर करें जिसे उपयोग के बाद बंद कचरा पात्र में फेंक दें।
- अगर टिशू पेपर या रुमाल उपलब्ध नहीं हो तो कोहनी के ऊपर बाजू से ढक कर छींके।
- अगर आपको बुखार, कफ और सांस लेने में समस्या है और आप पिछले 14 दिनों में इस वायरस से संक्रमित किसी व्यक्ति से मिले हों तो तुरंत डॉक्टर से स्वास्थ्य परामर्श ले वें।
- भीड़ वाले स्थान पर जाने से बचें, घर में ही रहें और आवश्यकता होने पर ही घर से निकले।
- अगर आपको कोरोना वायरस के संकेत दिख रहे हैं तो टेस्ट कराएं और तब तक किसी भी व्यक्ति के नजदीक न जाएं । इससे बढ़ते खतरे को रोकने में आसानी होगी।
- खूब सारा पानी पिएं। गुनगुने पानी का सेवन दिन में दो-चार बार करें।
- सरकार और सवास्थ्य संघठनो की एडवाइजरी पर ध्यान देंवे और सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखें।
ये समय घबराने का नहीं है बल्कि खुद के विश्लेषण का है। प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करने से, नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है जो इस तरह के अशुभ प्रभाव डालती है। इस समय को ये नहीं माने कि आप बंद है, ये समझें कि ये समय अपने पुराने गलत स्वभाव, बुरे व्यवहार को छोड़ने का है। पूरी प्रकृति को डर के नहीं बल्कि अच्छे संकल्पों की शुभ भावनाएं प्रदान करें।
सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः, सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुःख भाग्भवेत्। ॐ शांतिः शांतिः शांतिः
अर्थात – “सभी सुखी होवें, सभी रोगमुक्त रहें, सभी मंगलमय घटनाओं के साक्षी बनें और किसी को भी दुःख का भागी न बनना पड़े”