खुद को और अपने परिवार को सेहत से भरपूर रखना इंसान के जीवन का पहला लक्ष्य होता है। तमाम डाक्टर यह मानते हैं कि तनाव और चिंता हमारे शरीर को खोखला बनाता है। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो हमारे घर का कमरा सेहत पर असर डालने के साथ ही जिंदगी को भी प्रभावित करता है। क्योंकि आपके कमरे से जुड़ी है आपकी तकदीर जिसके द्वारा आप बदल सकते हैं अपने जिंदगी की तस्वीर। परिवार में खुशियों का संबंध कहीं ना कहीं ज्योतिष और वास्तु के भी नियमों पर निर्भर होता है। तो आईए जानते हैं की कमरे के वातावरण और कुछ वस्तुओं में थोड़ी सी हेरफेर कर कैसे आप अपनी जिंदगी को तरोताजा और खुशनुमा बना सकते हैं।

पलंग/बिस्तर

  • पलंग के आसपास पर्याप्त खुली जगह होनी चाहिए।
  • पलंग किसी बीम या पंखे के ठीक नीचे नहीं होना चाहिए, इससे मानसिक दबाब का स्तर बढ़ता है।
  • पलंग के नीचे कुछ भी जमा नहीं करना चाहिए।
  • अपने पैर को सीधे दरवाजे के सामने नहीं रखें इससे चिंता का स्तर बढ़ता है।

कमरे का रंग

  • शयनकक्ष के लिए हल्के रंगों का चुनाव करें।
  • गुलाबी, सफेद या हल्के हरे रंग का प्रयोग कर सकते हैं, गहरे रंग का प्रयोग करने से बचें।

कमरे की रोशनी

  • शयनकक्ष में हल्की व खूबसूरत लाइट व्यवस्था हो, पर रोशनी सीधी पलंग पर ना पड़े।
  • शयनकक्ष में हल्की गुलाबी रंग की रोशनी होने से पति-पत्नी के बीच प्यार बढ़ता है।

कमरे की खुशबू

  • खिड़कियों को सुबह थोड़ी देर के लिए जरूर खोलें ताकि बाहर की स्वच्छ हवा अंदर आ सके।
  • घर में अगरबत्ती जलाएं जिससे कमरे का वातावरण स्वच्छ होगा और इसकी खुशबू से मूड फ्रेश हो जाएगा।
  • घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने के लिए गुलदस्तों में रोज़ ताजे फूल लगाएं। यह आपको ताजगी देने के साथ ही पॉजिटिव एनर्जी भी प्रदान करेगा।

कमरे में दर्पण रखने से बचें

  • शयनकक्ष में शीशा या आईना रखने से बचें, यह गलतफहमियों और झगड़ों को बढ़ाने का काम करता है।
  • शयनकक्ष में यदि जगह के आभाव की वजह से आईना लगा है तो रात को इसे कपड़े से ढककर रखें।

घर के कमरे से संबंधित इन बातों का रखेंगे ध्यान तो यकीनन आपके जीवन में खुशहाली आएगी, घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा और नाकारात्मक ऊर्जा दूर होगी व आपका मूड भी फ्रेश रहेगा।

अधिक जानकारी के लिए पंडित पवन कौशिक से संपर्क करें: +91-9990176000