हिन्दू धर्म में शादी दो आत्माओं का एक पवित्र बंधन है। विवाह के दौरान कई
पौराणिक धर्म ग्रंथों में रुद्राक्ष के महत्व का वर्णन है। पृथ्वी पर
शादी के दौरान वर व वधु की कुण्डली मिलान के समय मांगलिक दोष का प्रमुख रूप से
आज के समय में घर की सजावट पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। मगर सजावट के दौरान
घर में विंड चाइम्स लगाने पर सौभाग्य,खुशहाली में वृद्धि और वास्तुदोष दूर
नई जमीन या घर खरीदने से पहले वास्तुशास्त्र के नियमों पर ध्यान देना आवश्यक
ज्योतिष व वास्तु शास्त्र में कछुए का बहुत महत्व है। कछुए की मौजूदगी
ज्योतिषशास्त्र में पितृदोष को महत्वपूर्ण दोष माना है। कुंडली में इस दोष की
आधुनिक समय में पति—पत्नी के बीच वेवजह झगडे,मनमुटाव के मामले ज्यादा होते