ऑफिस में वास्तुशास्त्र नियमों का ध्यान रखना चाहिए जिससे काम करने वाले लोग सकारात्मक रूप से प्रभावित होते हैं लेकिन वास्तु नियमों का ध्यान नहीं रखे जाने पर नकारात्मक रूप से प्रभावित होना पडता है इसलिए ऑफिस में वास्तु का विशेष महत्व होता है।
वास्तुशास्त्र में ऑफिस का प्लॉट चौकोर या आयताकार होना शुभ माना है और इस तरह के ऑफिस में सकारात्मकता का संचार होता है।
- मुख्य प्रवेश द्वार के पास स्वागत करने व जानकारी देने वाले कर्मचारी का कक्ष होना चाहिए।
- ऑफिस में बॉस का केबिन मुख्य दरवाजे के पास नहीं होना चाहिए।
- बॉस का केबिन उस जगह बनाना चाहिए जहां मुख्य दरवाजे में प्रवेश करने पर सीधी नजर नहीं पडे इसलिए वास्तु अनुसार दक्षिण-पश्चिम कोने में बॉस का केबिन बनाने के लिए सलाह दी जाती है।
- ऑफिस में वरिष्ठ कर्मचारियों को बैठने के लिए दक्षिण व पश्चिम में बैठना वास्तु अनुसार सही होता है लेकिन दक्षिण दिशा में बैठने के दौरान मुख उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए।
- ऑफिस में इस बात का ध्यान रखा जाए कि किसी भी कर्मचारी की पीठ मुख्य दरवाजे की तरफ नहीं हो।
- वास्तु में कुबेर का वास उत्तर दिशा में होता है इसलिए कैशियर को उत्तर दिशा में ही बैठना चाहिए।
- विद्युत उपकरण,मीटर आदि को वास्तु अनुसार आग्नेय कोण में लगाए जाना चाहिए।
रंगों का प्रभाव – ऑफिस में रंगों का प्रभाव कर्मचारियों की मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रभाव डालता है इसलिए यहां गहरे रंग का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इनकी जगह सफेद, हल्के रंग का प्रयोग किया जा सकता है।
फोटो का प्रभाव – ऑफिस में फोटो,पेंटिंग्स का भी प्रभाव पडता है इसलिए इस स्थान पर सकारात्मक उर्जा का संचार करने वाले चित्रों को ही लगाना चाहिए और भूलकर भी हिंसक,डरावने फोटो नहीं लगाने चाहिए अन्यथा इसका नकारात्मक असर कर्मचारियों के मानसिक स्थितियों पर विपरीत प्रभाव डालेगा और कार्यक्षमता पर भी गलत असर पडेगा।
ऑफिस में रोशनी – ऑफिस में रोशनी हल्की रहनी चाहिए और ज्यादा तेज रोशनी से नकारात्मक असर पड सकता है।
ऑफिस में डेस्क के आसपास वास्तु अनुसार छोटे व हरे पौधे लगाए जा सकते हैं जिससे सकारात्मक उर्जा उत्पन्न होने से कार्यस्थल पर अच्छा महसूस होगा।