पौराणिक धर्म ग्रंथों में मंत्रों का वर्णन कर महत्व बताया है। मंत्रों में इतनी शक्ति होती है कि विपरीत परिस्थितियों से छुटकारा मिलता है और सफलता की राह आसान होती है। जानें, मंत्र जाप से क्या क्या लाभ मिलते हैं और मंत्र जाप के दौरान किन—किन प्रमुख बातों का ध्यान रखा जाए।
मंत्रों के सही नियम अनुसार जाप से उत्पन्न ध्वनि की तरंगों से सकारात्मक उर्जा का संचार होता है। ज्योतिषशास्त्र में 9 ग्रहों के 9 मंत्र हैं जिनके विधिपूर्वक जाप से हमारे दैनिक जीवन में सकारात्मक असर मिलने लगता है।
- नियमित मंत्र जाप से आत्मिक बल में वृद्वि और चित्त पावन होता है जिससे सकारात्मक सोच भी बनती है।
- मंत्रों के सकारात्मक प्रभाव से जीवन में दु:ख, चिंता, भय और रोग भी दूर होते हैं जिससे मन को शांति मिलती है।
- मंत्र के शुद्व व नियमित जाप से जीवन की बुरी परिस्थितियों को टाला जा सकता है।
- हिंदू शास्त्र में सभी मंत्रों में सबसे अधिक शक्तिशाली और प्रभावकारी गायत्री मंत्र को माना है। इस मंत्र के नियमित जाप से जीवन की बडी से बडी समस्याएं शीघ्र दूर होने लग जाती है।
- धार्मिक मान्यता है कि अगर गुरु ने दीक्षा देकर मंत्र दिया है तो यह विशेष रूप से प्रभावी होता है और इसके सकारात्मक प्रभाव से उन्नति की राह आसान होती है।
- मंत्र के एक-एक शब्द में अपार शक्ति होती है। मंत्र में “ॐ” शब्द ब्रह्मांड से जोड़ता है। मंत्र का जाप हमेशा एकांत में करना श्रेष्ठ है और बिना शोरगुल,बाधा के एकाग्रचित्त होकर मंत्र जाप करने से सकारात्मक परिणाम मिलते हैं।
- मंत्र का अलग अलग स्थान पर जाप करने का विशेष महत्व है। मंत्र जाप ऊंचे पर्वत पर करने पर दस हजार गुणा फल और पवित्र नदी पर मंत्र जाप एक लाख गुणा फल तो किसी मंदिर में भगवान शिव के समक्ष किया गए मंत्र जाप से अनंत गुणा फल मिलता है।
मंत्र जाप करते समय शुद्ध शरीर और शुद्ध आसन का उपयोग किया जाना चाहिए। इस तरह मंत्रों के जाप करने से जीवन में सुख—शांति व सकारात्मक परिणामों की प्राप्ति होती है और संकटों से छुटकारा भी मिलता है।