वास्तु विज्ञान ऊर्जा के प्रवाह के सिद्धांत पर आधारित है। इसके अनुसार हमारे चारों और सदैव ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है। यही सकारात्मक या नकारात्मक ऊर्जा हम पर भी असर करती है। वास्तु शास्त्र ऊर्जा संतुलन का विज्ञान है। चारों दिशाओं से आने वाली ऊर्जा का प्रवाह घर में रखी वस्तुओं, घर के दरवाज़ों आदि से प्रभावित होता है। इसलिए इनका ध्यान रखा जाना आवश्यक है।
वास्तु और सुखी दाम्पत्य जीवन:
अशुभ ऊर्जा प्रवाह घर के सदस्यों को भी प्रभावित करता है। वास्तुदोष के कारण दाम्पत्य जीवन में भी परेशानियां उत्पन्न हो सकती है जिससे पति-पत्नी के रिश्तों में दरार उत्पन्न हो सकती है। इसलिए वास्तु विशेषज्ञों की सलाह पर ही गृह निर्माण करवाना चाहिए या उसके बाद भी कोई दोष हो तो परामर्श लेना चाहिए।
सुखी दाम्पत्य जीवन के लिए अपनाएं ये वास्तु टिप्स:
- पति-पत्नी के बीच झगड़े ज्यादा हो रहे हों तो दोनों के बीच प्रेम बढ़ाने के लिए सिरेमिक पॉट में लाल रंग की दो मोमबत्तियां जलाएं । इससे धीरे धीरे दोनों के बीच में नेगेविटी समाप्त होगी और प्यार बढ़ेगा।
- बेडरूम व्यवस्थित व सजा कर रखें। अस्त-व्यस्त बेडरूम से नकारात्मकता हावी होती है जो पति पत्नी के रिश्तों में बुरा असर डालती है।
- शयन कक्ष में खिड़की जरूर होनी चाहिए। प्रकाश समुचित रूप से कमरे में प्रवेश करे, ऐसा होने से सुबह की किरणें बेडरूम में प्रवेश करने से स्वास्थ्य बेहतर रहता है।
- कभी भी शयनकक्ष में या घर के अन्य कमरों में हिंसक, युद्ध से जुड़ी नकारात्मक प्रभाव वाली तस्वीरें नहीं लगानी चाहिए।
- पति-पत्नी का रिश्ता मधुर बना रहे इसके लिए राधा-कृष्ण की सुखमय तस्वीर जरूर स्थापित करें।
- बेडरूम में पलंग इस तरह से हो कि सोते समय आपका सिर या तो पूर्व में हो या दक्षिण में हो। साथ ही सोते समय पैर मुख्य द्वार की तरफ नहीं होने चाहिए।
- अगर आर्थिक कारणों से दांपत्य जीवन सुखमय नहीं है तो सुंदर से बाउल में क्रिस्टल को चावल के दानों के साथ रखें। इससे लाभ मिलेगा।
- घर में वास्तुदोष कम करने और शांति का वातावरण बनाने के लिए घर के मुख्य द्वार पर सिन्दूर से स्वास्तिक बनाएं, जो कि नौ अंगुल लम्बा और नौ अंगुल चौड़ा हो।
- आर्थिक प्रगति एवं स्थिरता के लिए घर की अलमारी या तिजोरी में हल्दी की गांठ, दाल चीनी की छाल रखनी चाहिए।
वास्तु शास्त्र में जीवन को सुखी और बेहतर बनाने के लिए उपाय बताए गए हैं। यदि उन उपायों को सही तरीके और पूरी आस्था के साथ अपनाए जाएं तो जीवन की कई परेशानियां दूर हो सकती हैं। इसके अलावा कई बार गंभीर वास्तु दोष भी उत्पन्न हो जाते हैं जो घर के वातावरण को पूरी तरह नेगटिव बना देते हैं। वास्तु विशेषज्ञों से सलाह करके ऐसे दोषों का शीघ्र निवारण करना चाहिए।