कभी-कभी कुंडली में सूर्य या चन्द्र के साथ राहु उपस्थित होता है। इसे ग्रहण दोष कहते हैं। इसे शांत करवाएं।
वास्तुदोष के कारण भी आपके विवाह में देरी हो सकती है। अगर घर में वास्तुदोष है, तो उसे तुरंत दूर करवाएं।
शाम होते ही पीपल के पेड़ पर मीठा जल तथा घी का दीपक जलाकर तथा प्रार्थना करें। आपकी शादी की मनोकामना शीघ्र पूरी होगी।
वास्तु शास्त्र के अनुसार कुंवारे युवक को दक्षिण या पूर्व की ओर सिर रखकर सोना चाहिए।’
नियमानुसार रोज़ भगवान शिव को दूध चढ़ाएं।
ज्योतिषी की सलाह से सप्तमेश का रत्न तथा हीरा धारण करें।
सुबह जल्दी उठकर सूर्य को जल दें तथा सूर्य के मंत्र का जप करने से जल्दी लाभ होता है।
नीचे लिखे विश्वावसु गंधर्व मंत्र का जप करें। इसके साथ-साथ कवच-स्तोत्र प्राप्त कर पाठ करें। ऐसा करने से जल्दी लाभ होता है: ॐ विश्वावसु गंधर्व कन्यानामधिपति। सुवर्णां सालंकारा कन्यां देहि मे देव।।