प्रत्येक ग्रह का धरती पर मौजूद हर जीव व पेड—पौधों पर भी किसी ना किसी तरह प्रभाव पडता है। इस वजह से सकारात्मक व नकारात्मक परिणाम देखने को मिलते हैं। इंसान के स्वास्थ्य में भी ग्रहों के प्रभाव के कारण उतार चढाव बना रहता है। हर ग्रह शरीर के विशेष अंग से संबंध रखता है और ग्रह के नकारात्मक प्रभाव से उस अंग से जुडी बीमारी हो जाती है जिससे व्यक्ति को परेशान होना पडता है।
अशुभ ग्रह देते हैं बीमारियां — ज्योतिष अनुसार जब गोचर के दौरान भ्रमण करते हुए कोई पापी ग्रह किसी संवेदनशील राशि से गुजरता है तो अपना नकारात्मक प्रभाव देने की वजह से जातक के शरीर में ग्रह से संबंधित अंगों की बीमारियां होने की आशंका प्रबल हो जाती है।ज्योतिषशास्त्र में सूर्य ग्रह को हृदय व आंखों से, चंद्रमा को मन, मंगल को रक्त संचार, बृहस्पति को बुद्धि,विवेक, शुक्र को रस व शनि को हड्डी से संबंधित किया है।
- जन्मकुंडली में ग्रह के किसी अशुभ भाव में स्थित होने या अशुभ ग्रह के ज्यादा प्रभाव देने की वजह से भी शरीर में रोग होने की संभावना बढ जाती है।
- चंद्रमा को शुभ ग्रह माना है लेकिन कुंडली में जब यह नीच का हो या राहु,केतु से प्रभावित हो तो ऐसे में जातक को खांसी,जुकाम जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
- किसी भी व्यक्ति की जन्म कुंडली में सूर्य की स्थिति से हृदय रोग के बारे में जानकारी मालूम की जा सकती है।
- मंगल ग्रह हमारे शरीर में मांसपेशियों का प्रतिनिधित्व करता है और हृदय भी मांसपेशियों का बना होता है इसलिए कुंडली में मंगल की स्थिति देख कर भी हृदय रोग के बारे में मालूम किया जा सकता है।
- कुंडली में छटवां घर बीमारियों के बारे में बताता है इसलिए इस भाव से कम व लंबे समय की बीमारियों के बारे में पता किया जा सकता है।
- कुंडली में आठवां घर मृत्यु का स्थान कहलाता है और इस भाव से ही मृत्यु के कारण आदि के बारे में जानकारी हासिल की जा सकती है इसलिए इस भाव में मौजूद ग्रहों की स्थिति के बारे में जानना जरूरी होता है।
तांबा से मिलता है स्वास्थ्य को लाभ — तांबा धातु को सबसे शुद्ध धातु में माना है। इसकी कीमत भी कम होती है। स्वास्थ्य के लिए तांबा फायदेमंद होता है और तांबे की अंगूठी पहनने से शरीर में खून साफ होता है जिससे रक्त संबंधित बीमारियां नहीं होती हैं व रक्त का प्रवाह सही ढंग से बना रहता है। तांबा धातु का उपयोग करने पर सूर्य के दोष भी दूर हो जाते हैं।
शरीर के लिए लाभकारी है चांदी — ज्योतिष में चांदी की धातु का अपना अलग महत्व है। चांदी की धातु को बेहद पवित्र व शुद्ध धातु मान कर उपयोग किया जाता है और यह चंद्रमा और शुक्र ग्रह से संबंधित है। चांदी शरीर में जल तत्व व कफ को नियंत्रित करती हैं इसलिए ज्यादातर चांदी के आभूषण पहने जाते हैं।