आम तौर पर लोगों में मंगल ग्रह हो लेकर कुछ ये भ्रांतियां होती है कि इस योग के होने से जातक के जीवन में अशुभ प्रभाव उत्पन्न होता है। कुंडली में इस ग्रह की स्थिति सही नहीं होने पर कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन हमेशा यह सच नहीं होता, मंगल ग्रह कई सारे शुभ प्रभाव भी पैदा करता है।
कब होता है मंगल शुभ :
- सूर्य और बुध मिलकर मंगल को शुभ बनाते हैं
- दसवें भाव में मंगल का होना भी ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अच्छा माना गया है
शुभ मंगल के प्रभाव और संकेत :
निम्नलिखित लक्षणों वाले व्यक्ति के जीवन में किसी न किसी तरह से मंगल ग्रह शुभ प्रभाव बनाता है ।
- मंगल को सेनापति ग्रह माना जाता है, अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल शुभ स्थिति में है तो, ऐसा व्यक्ति न्यायप्रिय और ईमानदार व्यक्तित्व वाला होता है।
- ऐसे जातक सैन्य अधिकारी या किसी साहसिक पद को प्राप्त करते हैं
- किसी कंपनी में उच्च पद पर भी ऐसे ही व्यक्ति आसीन होते हैं
- मंगल ग्रह से प्रभावित व्यक्ति वैसे अच्छे कार्य करता है लेकिन बुरी संगत के प्रभाव में ऐसा व्यक्ति गलत कार्यों में भी लिप्त हो सकता है जो कई बार परेशानी का सबब हो सकता है। मंगल के शुभ प्रभाव वाले व्यक्ति को इन बुराइयों से आसानी से निकाला जा सकता है।
- मंगल शुभ स्थिति वाले लोगों की नेतृत्व क्षमता असाधारण होती है। ऐसा जातक बहुत पराक्रमी और साहसी होते हैं।
- शुभ मंगल वाले जातकों की त्वचा का रंग तांबे की तरह और आंखें अपेक्षाकृत लम्बाई लिए हुए होती हैं जिससे इनकी एक अलग पहचान बनती है।