नई जमीन या घर खरीदने से पहले वास्तुशास्त्र के नियमों पर ध्यान देना आवश्यक है। इन चीजों की अनदेखी से घर में कलह,अशांति का वातावरण व कई तरह से नुकसान भी उठाना पड जाता है। जानिये,जमीन,मकान खरीदने से पहले किन वास्तु सिद्धांतों का पालन किया जाए।
जिस जमीन पर मकान बनाया जाता है वहां की आसपास की ऊर्जा जीवन को प्रभावित करती है इसलिए घर बनाकर रहने से पहले उस जमीन की जांच व आसपास की स्थिति के बारे में वास्तु नियम अनुसार जानकारी जुटाना आवश्यक है जिससे भविष्य में सुख व शांति के साथ जीवन व्यतीत किया जा सके।
यह हैं महत्वपूर्ण वास्तु नियम — प्लॉट खरीदते समय देख लें कि जमीन पर कोई श्मशान या कचरे का ढेर आदि नकारात्मक चीजें नहीं हो अन्यथा इस ऐसी जमीन पर मकान बनवाने पर नकारात्मक ऊर्जा का सामना करना पड सकता है।
- अगर जमीन पर कांटेदार पेड़ हो तो भी उस जगह पर मकान भूलकर नहीं बनवाना चाहिए। इसके साथ ही मिट्टी, ढलान और आसपास के क्षेत्र के बारे में भी पूरी जानकारी कर लेना जरूरी होता है।
- अगर बना हुआ मकान या फ्लैट खरीद रहे हैं तो वह गली के कोने या चौराहे पर नहीं होना चाहिए अन्यथा दिन—रात शोरगुल होने की वजह से मानसिक शांति भंग हो सकती है व रोगों से पीडित होना पडता है।
- मकान के आसपास मंदिर, मस्जिद, धर्मशाला,रेस्टोरेंट,होटल या कोई संस्थान भी वास्तु नियम अनुसार अनुकूल नहीं है।
- अस्पताल के आसपास नई जमीन या मकान खरीदना भी अशुभ है क्यो कि यहां नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बहुत होता है जिससे परिवार के लोगों को कष्ट उठाने पड जाते हैं और सेहत पर भी विपरीत प्रभाव पडता है।
- नए भवन का निर्माण करवाने से पहले जमीन की खुदाई करने पर कई चीजें निकलती हैं जिससे शुभ या अशुभ संकेत मिलते हैं इसलिए इन चीजों पर भी गौर करना जरूरी है।
- अगर भूमि में दोष हो तो उस जगह भवन का निर्माण नहीं करवाना चाहिए अन्यथा शारीरिक व मानसिक रूप से परेशानियां उठानी पड सकती है।
इस तरह वास्तु से जुडी इन जरूरी बातों का ध्यान रखकर नई जमीन या घर खरीदने का सही निर्णय लिया जा सकता है जिससे बाद में पछताना नहीं पडेगा।
वास्तु संबंधित अधिक जानकारी के लिए पंडित पवन कौशिक से संपर्क करें: +91-9990176000