हिन्दू धर्म के अनुसार किसी भी शुभ कार्य से पहले सर्वप्रथम भगवान गणेश की पूजा होना अनिवार्य है। भगवान गणपति के अति शुभ 10 रूप आपके जीवन में किसी भी तरह की अड़चने दूर कर सकते हैं। इनकी हार्दिक रूप से पूजा करने से श्रेष्ठ लाभ मिलता है और ज्ञान, बुद्धि, रोज़गार, तनाव जैसी समस्त मुसीबतों से छुटकारा मिलता है।
जीवन के सभी पहलुओं में सफलता और सुरक्षा के लिए महा गणपति की पूजा करें।
अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए द्विज गणपति की पूजा करें। भगवान गणपति के इस रूप के चार सर और चार हाथ होते हैं।
भगवान गणपति के इस रूप के पांच सर, दस हाथ होते हैं और यह शेर पर विराजमान होते हैं। धन-संपत्ति के लिए हेरम्ब गणपति की पूजा करें।
यह भगवान गणेश का वीर योद्धा रूप है। गणपति के इस रूप के सोलह हाथ होते हैं और यह महिलाओं की सभी रोगों से रक्षा करता है।
पंचमुखी गणेश का प्रत्येक चेहरा अलग-अलग दिशा में होता है। ऐसा माना जाता है कि पंचमुखी विनायक को पूर्व दिशा में रखने से हर तरह की बुरी ऊर्जाओं का नाश होता है और घर में समृद्धि आती है।
शिवपुराण के अनुसार गणेशजी का सिद्धि-बुद्धि के साथ विवाह हुआ था। बुद्धि बुद्धिमत्ता का आशीर्वाद देती है और सिद्धि आध्यात्मिक शक्ति का।
नृत्य गणपति खुशियां और कृपा का प्रतीक है। भगवान गणपति का यह रूप नृत्य मुद्रा में होता है।
विघ्नविनाशक गणपति के आठ हाथ होते हैं । भगवान गणपति का यह रूप जीवन की सभी बाधाओं को दूर करता है।
क्षिप्रा गणपति के हाथ में कल्पवृक्ष होता है और कीमती रत्नों का एक छोटा सा पॉट होता है। भगवान गणपति का यह रूप इच्छाओं की जल्दी पूर्ति के लिए प्रसिद्द है।
चार हाथों वाले ऋणमोचन गणपति के हाथ में रोज-एपिल होता है । गणपति के यह रूप किसी भी तरह के ऋण से छुटकारा दिला सकता है ।